आजकल शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से बाहर निकलने के लिए हर कोई शुकुन और शांत जग़ह में जाना चाहता है। आजकल ऐसी बहुत कम जगहें हैं जहां शांति का एहसास हो। आज हम आपको एक ऐसी जग़ह के बारे में बताने जा रहें हैं, जहां आपको शुकुन और शांति के पलों का अनुभव हो। उत्तराखंड में ऐसी ही एक शांत और सुंदर जग़ह है बिनसर।
चलिए जानते है जंगलों और पहाड़ों के बीच बसा एक सुंदर शहर बिनसर के बारे में…….
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से सिर्फ 33 किमी की दूरी पर देवदार के जंगलों से घिरा हुआ बिनसर एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। समुद्र तल से 2200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बिनसर एक ऐसी जगह है जहां से आपको हिमालय की चोटियां चौखंबा, केदारनाथ, नंदा देवी, पंचोली और त्रिशूल जैसी ऊँची-ऊँची चोटियां देखने को मिलेंगी। हिमालय की गोद में स्थित बिनसर में आपको बर्फ से ढकी पहाड़ियों का दृश्य देखने को मिलेगा जो बहुत ही सुंदर दिखाई देता है। बिनसर टूरिस्ट प्लेस में आपको ओक, हरे घास के मैदान और देवदार के खूबसूरत पेड़ों के जंगल देखने को मिलेंगे। बिनसर यात्रा के दौरान आप ट्रेकिंग जैसी गतिविधियों का आंनद भी ले सकते हैं। बिनसर शहर में सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा भी देखने लायक होता है। देशभर से पर्यटक यहां बड़ी संख्या में आते हैं। आइये जानते हैं बिनसर टूरिस्ट प्लेस के फेमस पर्यटन स्थलों के बारे में…….
बिनसर वन्यजीव अभयारण्य…..( Binsar Wildlife Sanctuary )
बिनसर वन्यजीव अभयारण्य एक फेमस पर्यटन स्थल है जो अल्मोड़ा से लगभग 30 किमी की दूरी पर स्थित है। 49.50 वर्ग किमी. में फैला बिनसर वन्यजीव अभयारण्य प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इस वाइल्डलाइफ सेंचुरी में जाने के लिए आपको टिकट लेना पड़ता है। अगर आप गाड़ी से जाना चाहते हैं तो गाडी का भी अलग टिकट लगता है। बिनसर वन्यजीव चारो ओर घने जंगलों से घिरा हुआ है, जहां सूरज की रोशनी जमीन तक नहीं पहुँचती है। 200 से अधिक पेड़ो की प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध इस जगह को 1988 में स्थापित किया गया था। पक्षियों की चहचहाहट के साथ-साथ आपको यहां तेंदुआ, भालू, जंगली बिल्ली, लोमड़ी और हिरन देखने को मिलेंगे। यदि आपकी किस्मत अच्छी रही तो यहां आपको उत्तराखंड का राज्य पक्षी मोनाल भी दिख सकता है। बिनसर वन्यजीव अभयारण्य पूरा वन क्षेत्र है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
बिनसर महादेव मंदिर…..( Bindeshwar Mahadev Temple )
देवदार के घने जंगलों के बीच बिनसर महादेव मंदिर इस क्षेत्र का प्रमुख मंदिर है, जिसे बिनसर महादेव के नाम से भी जाना जाता है। ये मंदिर हिन्दुओं के लिए बहुत पवित्र स्थान है, जहां जून के महीने में महायज्ञ होता है। यहां हर साल जून के महीने में बैकुंठ चतुर्दशी का मेला लगता है। बैकुंठ चतुर्दशी के पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। अगर आप बिनसर की यात्रा में आते हैं तो इस मंदिर में जरूर जाएं।
गोलू देवता मंदिर……( Golu Devta Temple )
बिनसर के प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल भगवान गोलू देवता एक प्रसिद्ध मंदिर है, जो भगवान शंकर का एक अन्य रूप है। इस मंदिर को चंद राजाओं के शासनकाल में बनाया गया था। इस मंदिर में आये भक्त अपनी परेशानियों को कागज़ या स्टाम्प पेपर में लिख कर गोलू देवता के मंदिर में रख कर चले जाते हैं। मनोकामना पूर्ण होने पर मंदिर परिसर में घंटी लगा जाते हैं। इस मंदिर में कई घंटियां लटकी हुई हैं, इसलिए घंटी वाला मंदिर भी कहते हैं। आज इस मंदिर में इतने घंटे हो गए हैं कि इसे “दस लाख घंटों” का मंदिर भी कहा जाता है। यदि आप बिनसर पर्यटन की यात्रा पर जाते हैं तो भगवान गोलू देवता के दर्शन अवश्य करें।
जीरो पॉइंट……..( Zero Point )
जीरो पॉइंट, बिनसर पर्यटन स्थल का प्रमुख आकर्षण का केंद्र है, जो वन्यजीव अभ्यारण्य में स्थित है। जीरो पॉइंट आकर आप प्रकृति का आनंद ले सकते हैं। जीरो पॉइंट से आपको पूरा बिनसर दिखाई देगा, दूर-दूर तक फैले बिनसर के जंगलों की हरियाली आपके मन को खुश कर देगी। जीरो पॉइंट एक निर्देशित ट्रेक है, जो वन्यजीव अभ्यारण्य की सुंदरता को देखने के लिए शानदार मार्ग है। जीरो पॉइंट से शिवलिंग, केदारनाथ घाटी और नंदा देवी की चोटियों को देखा जा सकता है। जीरो पॉइंट आकर सूर्यास्त देखना ना भूले।
पर्यटन स्थल जलना…….
बिनसर पर्यटन स्थल में प्राकृतिक स्थल जलना एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। बिनसर से लगभग 60 किमी की दूरी पर स्थित जलना फलों की पैदावार के लिए जाना जाता है। बिनसर की यात्रा में आये पर्यटक इस जग़ह जरूर जाते हैं। जलना पर्यटन स्थल में आपको स्वादिष्ट फलों की पैदावार देखने को मिलेगी। यहां आपको सेब, नाशपाती, आड़ू और खुबानी जैसे स्वादिष्ट फल आसानी से मिल जाएंगे।
बिनसर हिल स्टेशन उत्तराखंड राज्य का छोटा और खूबसूरत हिल स्टेशन है। हिमालय के ऊँची चोटियों के दर्शन कराता बिनसर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। बिनसर जैसी शांत जग़ह आकर आप पैदल चलकर ही यहां की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं। बिनसर की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय फरवरी से अप्रैल का माना जाता है, इसके अलावा यहां आप सर्दियों के शुरुआती मौसम में भी आ सकते हैं।
कैसे पहुंचे……
बिनसर की यात्रा पर जाने के लिए आप फ्लाइट, ट्रेन और बस में से किसी का भी चयन कर सकते हैं।
हवाई यात्रा : बिनसर की यात्रा करने के लिए अगर आप हवाई यात्रा को चुनते हैं तो यहां से निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है। पंतनगर हवाई अड्डा बिनसर से लगभग 144 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां से नियमित रूप से दिल्ली के लिए उड़ाने भरी जाती हैं। पंतनगर हवाई अड्डे से आप बस या टैक्सी से आसानी से बिनसर पहुँच सकते हैं।
रेल मार्ग : बिनसर की यात्रा के लिए अगर आपने रेल मार्ग का चुनाव किया है तो यहां से निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है, जो बिनसर से लगभग 110 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां से आप बस, टैक्सी और निजी वाहन की मदद से आसानी से बिनसर पहुँच जाएंगे।
सड़क मार्ग : बिनसर की यात्रा के लिए अगर आपने सड़क मार्ग को चुना है तो आपको बता दें कि सड़क मार्ग से बिनसर मुख्य शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। दिल्ली से काठगोदाम और अल्मोड़ा के लिए आसानी से बस मिल जाती है, वहां से आप आसानी से बिनसर तक पहुँच सकते हैं। बस, टैक्सी या निजी वाहन लेकर आप सड़क मार्ग से बिनसर पर्यटन स्थल घूम सकते हैं।