जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क ( Jim Corbett )
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है और भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है जो 1936 में हैली नेशनल पार्क के नाम से स्थापित हुआ। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क हिमालय पर्वत की तलहटी और रामगंगा नदी के किनारे उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है, इसके साथ ही यह पौड़ी […]
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है और भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है जो 1936 में हैली नेशनल पार्क के नाम से स्थापित हुआ। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क हिमालय पर्वत की तलहटी और रामगंगा नदी के किनारे उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है, इसके साथ ही यह पौड़ी जिले और रामनगर शहर में भी फैला हुआ है। भारत की स्वतंत्रता के बाद पार्क का नाम रामगंगा राष्ट्रीय उद्यान रखा गया था, लेकिन 1956 में इसका नाम जिम कॉर्बेट के नाम पर रखा गया..इस पार्क का नाम जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क जिम कॉर्बेट को श्रद्धांजलि और वन्य जीवन के संरक्षण के योगदान के लिए रखा गया क्योंकि उन्होंने इस पार्क की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह रामगंगा नदी के तट से लगभग 1316 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है। यह पर्यटकों एवं वन्य जीव प्रेमियों के लिए खास केंद्र है।
साल 1974 में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क एक प्रतिष्ठित वन्यजीव संरक्षण अभियान द्वारा प्रोजेक्ट टाइगर को लांच करने के रूप में चुन लिया गया। यह पार्क प्रोजेक्ट टाइगर का एक अभिन्न अंग है। कॉर्बेट नेशनल पार्क देश के सर्वश्रेष्ठ प्रबंधित और संरक्षित क्षेत्रों में से एक है और हर साल हजारों भारतीय और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है। कॉर्बेट नेशनल पार्क एक ऐसा अभयारण्य है जिसमें वन्य जन्तुओं की अनेक जातियाँ – प्रजातियों के साथ पक्षियों का भी आधिक्य रहता है। आज विश्व का ऐसा कोई कोना नहीं है, जहाँ के पर्यटक इस पार्क को देखने नहीं आते हों। इस पार्क में पेड़ों की लगभग 50 प्रजातियों, 580 पक्षियों की प्रजातियां और जानवरों की 50 प्रजातियों के अलावा सरीसृप की 25 प्रजातियां पाई जाती है, जो 500 से अधिक वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैली हुई हैं। इस नेशनल पार्क के क्षेत्र में बेल्ट, पहाड़ी, दलदली अवसाद, झीलें, नदियां और घास के मैदान हैं।
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान विशाल हिमालय की तलहटी में स्थित है और अपने हरे भरे वातावरण के लिए जाना जाता है। यह रामगंगा नदी के किनारे स्थित है और यहाँ के आकर्षक पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने तथा साहसिक सफ़ारी के लिए पर्यटक यहाँ आते हैं। पर्यटक कॉर्बेट वॉटरफॉल्स (पानी के झरने) का आनंद भी उठा सकते हैं जो लगभग 60 फुट की ऊँचाई पर स्थित हैं। पार्क में पिकनिक या कैम्प के लिए यह एक आदर्श स्थान है। पार्क के बिजरानी और ढिकाला क्षेत्र में हाथी सफ़ारी (हाथी पर बैठकर सैर) उपलब्ध है। कॉर्बेट नेशनल पार्क आने वाले पर्यटकों के लिए कोसी नदी रॉफ्टिंग का अवसर प्रदान करती है। पार्क में स्थित विभिन्न रिसॉर्ट्स रिवर रॉफ्टिंग के लिए आवश्यक उपकरण और सुविधाएँ प्रदान करते हैं। जंगल सफ़ारी जिसमें जीप सफ़ारी शामिल है पर्यटकों को असीमित आनंद प्रदान करते हैं। पर्यटक कोसी नदी के जलग्रहण क्षेत्र में मशीर फिशिंग का आनंद उठा सकते हैं। यहाँ कई रिसॉर्ट्स हैं जो फिशिंग के लिए आवश्यक व्यवस्था करते हैं।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में पाई जाने वाली प्रजातियां
कॉर्बेट नेशनल पार्क पशुओं के रहने के लिए बेहद अनुकूल स्थान रहा है। यहां आपको एशियाई हाथी और घड़ियाल के साथ कई लुप्तप्राय जानवर देखने को मिलते हैं। इस पार्क में दिखाई देने वाले जानवरों में बाघ, चीता, हाथी, हिरण, साम्बर, पाढ़ा, बार्किंग हिरन, स्लोथ भालू, जंगली सूअर, घूरल, लंगूर और रेसस बंदर शामिल हैं। इस पार्क में लगभग 600 प्रजातियों के रंगबिरंगे पक्षी रहते है जिनमें मोर, तीतर, कबूतर, उल्लू, हॉर्नबिल, बार्बिट, चक्रवाक, मैना, मैगपाई, मिनिवेट, तीतर, चिड़िया, टिट, नॉटहैच, वागटेल, सनबर्ड, बंटिंग, ओरियल, किंगफिशर, ड्रोंगो, कबूतर, कठफोडवा, बतख, चैती, गिद्ध, सारस, जलकाग, बाज़, बुलबुल और फ्लायकेचर शामिल हैं। इसके अलावा यात्री यहाँ 51 प्रकार की झाडियाँ, 30 प्रकार के बाँस और लगभग 110 प्रकार के विभिन्न वृक्ष देख सकते हैं।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में जंगल सफारी
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में सफारी की यात्रा करना पर्यटकों के लिए बेहद यादगार साबित हो सकता है। यहां पाई जाने वाली वन्यजीव, पक्षी, स्तनधारी, मछलियां, सरीसृप, वनस्पति, नदियां और जंगल आपकी सफारी को बेहद खास और आकर्षक बनाती है। गर्मियों में सफारी का समय सुबह 6:30 से 9:30 बजे तक और शाम की सफारी का समय 4:00 से 6:00 बजे तक होता है। वहीं, सर्दियों में सफारी का समय सुबह 7:30 से 10:30 बजे तक और शाम को 3:00 बजे से 5:00 बजे तक होता है। जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान में वनस्पतियों और जीवों को देखने के लिए तीन तरह से सफारी कर सकते हैं, जैसे कैंटर सफारी, जीप सफारी और एलीफैंट सफारी। अगर यहां आने वाले पर्यटक अपनी यात्रा का पूरी तरह से आनंद उठाना चाहते हैं तो सफारी की यात्रा करना उनके लिए बेहद जरूरी है। अगर आप यहां रॉयल बंगाल टाइगर, जंगली सूअर, भौंकने वाले हिरण, सांभर हिरण, सियार, हिमालयी भालू, हाथी, हॉग हिरण, स्लोथ जैसे जानवरों की उत्तम प्रजातियों को देखना चाहते हैं तो जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान की जंगल साफरी को मिस न करें।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय
अगर आप जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की यात्रा करने के बारे में विचार बना रहे हैं तो आपको बता दें कि इस पार्क के लिए आप पूरे साल यात्रा कर सकते हैं लेकिन इसकी यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर और फरवरी के बीच होता है। सर्दियों के मौसम के दौरान सभी क्षेत्र खुले होने की वजह से आप यहां अधिक जानवरों को देख पाएंगे।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क हवाई मार्ग, रेल और सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पहुंचने के लिए सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं, क्योंकि कॉर्बेट नेशनल पार्क रामनगर बसों द्वारा आपको देश के प्रमुख शहरों से जोड़ता है। अगर आप ट्रेन द्वारा पहुंचना चाहते हैं दो निकटतम रेलवे स्टेशन रामनगर रेलवे स्टेशन है जो कि कॉर्बेट नेशनल पार्क से लगभग 5 किमी दूर है। वहीं अगर आप हवाई यात्रा करके आना चाहते हैं तो निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डा है, जो कि कॉर्बेट नेशनल पार्क से लगभग 80 किमी दूर है। अगर आप एडवेंचर फ्रीक, बर्ड वाचर और एनिमल लवर है तो जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क आपके लिए आदर्श स्थान है।